राज्यपाल, झारखण्ड
यह अत्यन्त प्रसन्नता का विषय है कि सनातन, बौद्ध एवं जैन धर्म के पवित्र संगम स्थल इटखोरी में दिनांक 19 फरवरी, 2024 से 21 फरवरी, 2024 तक राजकीय इटखोरी महोत्सव- 2024 का आयोजन हो रहा है तथा इस उपलक्ष्य पर जिला प्रशासन द्वारा सचित्र पर्यटन पुस्तिका (Coffee Table Book) का प्रकाशन किया जा रहा है।
प्रकृति की गोद में स्थित इटखोरी का वैभवशाली इतिहास माँ भद्रकाली, भगवान गौतम बुद्ध की तपो यात्रा पड़ाव एवं जैन धर्म के दसवें तीर्थंकर भगवान शीतलनाथ स्वामी की जन्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है। यह स्थल अद्वितीय एकीकृत सहस्र शिवलिंग के लिए भी विख्यात है। आशा है कि यह महोत्सव आगंतुक श्रद्धालुओं को इस क्षेत्र की प्राचीन सभ्यता व संस्कृति से अवगत कराने में सहायक सिद्ध होगा और अधिक से अधिक श्रद्धालु यहाँ आने के लिए आकर्षित होंगे।
मैं राजकीय इटखोरी महोत्सव- 2024 के सफल आयोजन तथा सचित्र पर्यटन पुस्तिका (Coffee Table Book) के लोकोपयोगी होने की कामना करता हूँ।